आजकल बहुत सारे लोग Fixed Deposit (FD) में पैसे जमा करते हैं ताकि उनका पैसा सुरक्षित रहे और अच्छा ब्याज भी मिले। FD को हमेशा एक Safe Investment माना जाता है, लेकिन कई बार FD कराने के बावजूद भी Income Tax Department से Notice आ जाता है।
ऐसे में लोग घबरा जाते हैं कि आखिर गलती कहां हो गई? दरअसल, FD से जुड़ी कुछ Common Mistakes हैं, जिनकी वजह से Income Tax Notice आ सकती है। अगर आप भी FD में निवेश करते हैं, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, वरना परेशानी बढ़ सकती है।
Income Tax Notice मिलना किसी के लिए भी Stressful हो सकता है, खासकर तब जब आपने अपनी FD पर पूरा Tax भरा हो या ITR टाइम पर फाइल किया हो। लेकिन Income Tax Department अब बहुत Active हो गया है और हर छोटी-बड़ी Detail को Cross-Check करता है।
FD Interest, High-Value Transactions, TDS Mismatch, Investment Reporting जैसी कई बातें हैं, जिनमें छोटी सी गलती भी Notice का कारण बन सकती है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि FD कराने के बाद भी Income Tax Notice क्यों आती है, कौन सी 6 गलती सबसे ज्यादा होती है, और इससे कैसे बचा जा सकता है।
Why Income Tax Notice After FD? (FD के बाद Income Tax Notice क्यों आती है?)
Fixed Deposit पर मिलने वाला ब्याज (Interest) Taxable होता है। अगर आपने FD से मिलने वाले Interest को सही से Declare नहीं किया या TDS में कोई गड़बड़ी हुई, तो Income Tax Department आपको Notice भेज सकता है। कई बार FD से जुड़े Transactions, Bank Statements, Form 26AS, AIS (Annual Information Statement) और ITR में Mismatch हो जाता है। ऐसे में Department को शक होता है कि कहीं आपने कुछ Income छुपाई तो नहीं।
FD और Income Tax Notice का Overview
टॉपिक | डिटेल्स |
FD Interest Taxable है? | हां, FD पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह Taxable है |
TDS कब कटता है? | सालाना 40,000 रुपये (Senior Citizen: 50,000) से ज्यादा ब्याज पर |
ITR में FD Interest दिखाना जरूरी? | हां, हर हाल में दिखाना जरूरी है |
FD Interest कहाँ दिखाएं? | ITR के ‘Income from Other Sources’ सेक्शन में |
FD Interest पर Notice कब आती है? | ब्याज छुपाने, TDS Mismatch, High-Value Transaction पर |
Form 26AS/AIS का रोल | FD Interest और TDS की पूरी जानकारी इन फॉर्म्स में रहती है |
Notice का जवाब कैसे दें? | सही डॉक्युमेंट्स के साथ Online Portal पर जवाब दें |
Notice नज़रअंदाज करने पर क्या? | Penalty, Extra Tax, Legal Action भी हो सकता है |
FD कराने के बाद Income Tax Notice आने के 6 सबसे बड़े कारण
1. FD Interest को ITR में Declare न करना
बहुत सारे लोग FD Interest को अपनी Income Tax Return (ITR) में दिखाते ही नहीं हैं। उन्हें लगता है कि Bank ने TDS काट लिया, अब कुछ करने की जरूरत नहीं। लेकिन FD Interest पूरी तरह से Taxable है और इसे ITR में ‘Income from Other Sources’ में दिखाना जरूरी है। अगर आपने नहीं दिखाया, तो Income Tax Department को आपके Form 26AS या AIS से पता चल जाएगा और Notice आ सकती है।
2. TDS Mismatch – Form 26AS और ITR में फर्क
Bank हर साल आपके FD Interest पर TDS (Tax Deducted at Source) काटता है और उसकी जानकारी Form 26AS में दिखती है। अगर आपने ITR में FD Interest या TDS की Detail सही नहीं भरी, या दोनों में Mismatch है, तो Notice आ सकती है। कई बार Bank गलती से TDS नहीं काटता या गलत PAN नंबर डाल देता है, जिससे Mismatch हो जाता है।
3. High-Value Transactions को Report न करना
अगर आपने FD में बहुत बड़ी रकम जमा की है या एक ही साल में 10 लाख रुपये से ज्यादा FD में डाले हैं, तो Bank यह जानकारी Income Tax Department को भेज देता है। अगर आपने इस Transaction को ITR में नहीं दिखाया या Source नहीं बताया, तो Notice आ सकती है। High-Value Transactions हमेशा Department के Radar पर रहते हैं।
4. AIS (Annual Information Statement) और ITR में Difference
AIS में आपके सभी Financial Transactions की Detail होती है – FD Interest, Dividend, Mutual Fund, Property Sale, आदि। अगर AIS और ITR में FD Interest या Investment Amount में फर्क है, तो Notice आ सकती है। AIS में गलती या डुप्लीकेट Entry भी हो सकती है, इसलिए ITR भरने से पहले AIS जरूर Check करें।
5. FD Interest को Double Declare करना या Miss कर देना
कई बार लोग FD Interest को दो जगह दिखा देते हैं – एक बार Bank Statement से और एक बार AIS से, जिससे Income Double Count हो जाती है। या फिर गलती से Interest Declare करना भूल जाते हैं। दोनों ही Situation में Notice आ सकती है, क्योंकि Department को Difference दिख जाता है।
6. FD पर Nominee या Family Member के नाम पर Investment दिखाना
अगर आपने FD अपने या Family Member के नाम पर कराई है, लेकिन Investment का Source आपकी Income है और आपने ITR में सही से Declare नहीं किया, तो Notice आ सकती है। FD पर मिलने वाला Interest आपके Taxable Income में जुड़ता है, चाहे FD आपके नाम हो या किसी और के नाम पर।
Income Tax Notice आने पर क्या करें? (What To Do If You Get Income Tax Notice?)
- सबसे पहले घबराएं नहीं। Notice का मतलब हमेशा Penalty नहीं होता।
- Notice को ध्यान से पढ़ें, किस Section में Notice आई है, क्या Details मांगी गई हैं।
- अपने सारे डॉक्युमेंट्स तैयार रखें – FD Certificate, Bank Statement, Form 26AS, AIS, ITR Copy।
- Notice में मांगी गई जानकारी सही-सही और पूरे डॉक्युमेंट्स के साथ Online Portal पर Upload करें।
- अगर Notice समझ में नहीं आ रही, तो Tax Expert या CA से सलाह लें।
- Notice का जवाब टाइम पर दें, वरना Extra Penalty या Legal Action हो सकता है।
FD और Income Tax Notice से बचने के आसान Tips
- हर साल ITR भरने से पहले Form 26AS और AIS जरूर Check करें।
- FD Interest को ‘Income from Other Sources’ में Declare करें, चाहे TDS कटा हो या नहीं।
- High-Value Transactions को छुपाएं नहीं, सही Source बताएं।
- Family Member के नाम पर की गई FD भी अपनी Income में जोड़ें।
- अगर AIS या Form 26AS में गलती है, तो तुरंत Bank या Concerned Authority से Rectify करवाएं।
- Notice आने पर कभी Ignore न करें, तुरंत Action लें।
Income Tax Notice के Common Sections और उनका मतलब
Section | Notice का कारण |
142(1) | Extra Information या Document मांगे जाते हैं |
143(1) | ITR Processing के बाद Mismatch या Error की Notice |
148 | छुपी हुई Income या Under-Reported Income पर Notice |
133(6) | Specific Transaction या Information की Inquiry |
271 | गलत जानकारी या Income छुपाने पर Penalty Notice |
276C | Tax Evasion (जानबूझकर Tax न देने) पर Notice |
FD और Income Tax Notice: Real Life Example
मान लीजिए, आपने 5 लाख रुपये की FD कराई और साल भर में 40,000 रुपये से ज्यादा ब्याज मिला। Bank ने 10% TDS काट लिया, लेकिन आपने ITR में FD Interest Declare नहीं किया। Income Tax Department को आपके Form 26AS से FD Interest का पता चल गया। अब Department को लगेगा कि आपने Income छुपाई है, इसलिए आपको Notice भेज देगा। अगर आपने सही समय पर जवाब नहीं दिया, तो Penalty भी लग सकती है।
FD और Income Tax Notice: FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. क्या FD Interest पर हमेशा Tax देना जरूरी है?
हाँ, FD Interest पूरी तरह से Taxable है और आपको ITR में दिखाना जरूरी है।
Q2. Bank ने TDS काट लिया है, फिर भी Notice क्यों आई?
TDS काटना अलग बात है, लेकिन FD Interest को ITR में Declare करना जरूरी है। अगर Declaration में गलती है या Mismatch है, तो Notice आ सकती है।
Q3. FD Interest को ITR में कैसे दिखाएं?
ITR के ‘Income from Other Sources’ सेक्शन में FD Interest की पूरी Detail भरें।
Q4. AIS और Form 26AS में फर्क आ जाए तो क्या करें?
अगर फर्क है, तो Bank या Concerned Authority से Rectify करवाएं और सही Detail ITR में भरें।
Q5. Notice का जवाब न देने पर क्या होगा?
Notice का जवाब न देने पर Penalty, Extra Tax, और Legal Action भी हो सकता है।
Income Tax Notice से जुड़ी 6 सबसे बड़ी गलतियां (The 6 Biggest Mistakes)
- FD Interest को ITR में Declare न करना
- Form 26AS या AIS से Detail Match न करना
- High-Value Transactions को Ignore करना
- FD Interest को Double Count या Miss कर देना
- Family Member के नाम पर FD को Ignore करना
- Notice का जवाब न देना या Delay करना
FD और Income Tax Notice: Important Documents List
- FD Certificate/Receipt
- Bank Statement
- Form 26AS
- AIS (Annual Information Statement)
- ITR Copy
- PAN Card, Aadhaar Card
- Investment Proofs
Income Tax Notice का जवाब कैसे दें? (Step-by-Step Guide)
- Notice को ध्यान से पढ़ें और समझें कि क्या Information मांगी गई है।
- Income Tax e-filing Portal पर Login करें।
- ‘Pending Actions’ या ‘Compliance Portal’ में जाएं।
- Notice का Section और Reason देखें।
- मांगी गई Information और Documents Upload करें।
- अगर कोई गलती है, तो सही Explanation दें।
- Response Submit करने के बाद Acknowledgement Save करें।
FD और Income Tax Notice से बचने के लिए Pro Tips
- ITR भरने से पहले Bank Statement, FD Interest Certificate, Form 26AS, AIS सबका मिलान करें।
- FD Interest चाहे जितना छोटा हो, Declare जरूर करें।
- Investment Proofs और Source of Funds हमेशा Ready रखें।
- Notice आए तो तुरंत Action लें, Delay न करें।
- Doubt हो तो Tax Expert से सलाह लें।
Disclaimer:
यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी देने के लिए है। FD कराने के बाद Income Tax Notice आना आम बात है अगर आपने ऊपर बताई गई कोई भी गलती की है। Income Tax Department अब Digital और Data Driven हो चुका है, इसलिए हर Transaction Track होता है। FD Interest को ITR में Declare करना, TDS और High-Value Transactions का सही से Reporting करना जरूरी है। अगर Notice आई है तो घबराएं नहीं, सही डॉक्युमेंट्स और जानकारी के साथ जवाब दें।
अगर आपको Tax या Notice से जुड़ी कोई भी Problem है, तो किसी Qualified Tax Expert या CA से सलाह जरूर लें। FD और Income Tax से जुड़ी हर जानकारी Official Income Tax Portal या अपने Bank से भी Confirm कर सकते हैं।
योजना या स्कीम की कोई Fake News या Rumor न फैलाएं, हमेशा Official Source से जानकारी लें। FD और Income Tax Notice से बचने का सबसे अच्छा तरीका है – सही जानकारी, सही समय पर ITR Filing और हर Transaction की पूरी Transparency रखना।