आज के समय में नकली नोटों का प्रचलन बढ़ गया है, खासकर 100 रुपए के नोटों का। यह नोट सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला नोट है, इसलिए जालसाज इसे नकली बनाने की कोशिश करते हैं। नकली नोटों के कारण आम जनता को आर्थिक नुकसान होता है और देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ता है।
इसलिए असली और नकली नोट की पहचान करना बहुत जरूरी हो गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नकली नोटों की पहचान के लिए कुछ आसान और प्रभावी तरीके बताए हैं, जिन्हें अपनाकर आप खुद भी नकली नोट पहचान सकते हैं।
How to identify a fake ₹100 note?
वॉटरमार्क | महात्मा गांधी की छवि और “100” अंकित होता है |
वर्टिकल फ्लोरल बैंड | वॉटरमार्क के पास फ्लोरल डिज़ाइन के साथ वर्टिकल बैंड होता है |
सुरक्षा धागा (Security Thread) | “भारत” और “RBI” लिखा होता है, रंग नीला और हरा बदलता है |
होलोग्राफिक स्ट्रिप | अलग-अलग एंगल से देखने पर रंग बदलता है |
माइक्रोप्रिंटिंग | छोटे अक्षर जैसे “RBI” और “100” नोट पर साफ दिखते हैं |
स्पर्श से महसूस | नोट की सतह पर उभरे हुए अक्षर और चित्र महसूस होते हैं |
UV लाइट में जांच | UV लाइट में कुछ विशेष चिन्ह चमकते हैं |
रंग बदलने वाली इंक | नोट को घुमाने पर रंग बदलता है |
नकली नोटों की आम समस्या और दुष्प्रभाव
नकली नोटों के कारण व्यापारियों और आम जनता को भारी नुकसान होता है। नकली नोट मिलने पर व्यक्ति का पैसा बेकार हो जाता है और बैंकिंग प्रणाली में भी अविश्वास पैदा होता है। नकली नोटों के कारण अर्थव्यवस्था में अवैध धन का प्रवाह बढ़ता है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है। इसलिए हर व्यक्ति को नकली नोट की पहचान करने की जानकारी होनी चाहिए।
नकली 100 रुपए के नोट की पहचान के आसान तरीके
1. वॉटरमार्क और वर्टिकल बैंड देखें
असली नोट में महात्मा गांधी की छवि के साथ “100” अंकित होता है। इसके पास एक वर्टिकल फ्लोरल डिज़ाइन वाला बैंड होता है, जो नकली नोटों में या तो गायब होता है या खराब गुणवत्ता का होता है।
2. सुरक्षा धागे की जांच करें
असली नोट में सुरक्षा धागे पर “भारत” और “RBI” लिखा होता है। यह धागा अलग-अलग एंगल से देखने पर नीले और हरे रंग में बदलता है। नकली नोटों में यह धागा या तो नहीं होता या साधारण छपाई होता है।
3. होलोग्राफिक स्ट्रिप की जांच
असली नोट में होलोग्राफिक स्ट्रिप होती है, जो देखने पर रंग बदलती है। नकली नोटों में यह फीकी या स्पष्ट नहीं होती।
4. माइक्रोप्रिंटिंग देखें
असली नोट पर छोटे अक्षर जैसे “RBI” और “100” माइक्रोप्रिंटिंग के रूप में होते हैं, जिन्हें बिना लेंस के देखना मुश्किल होता है। नकली नोटों में यह या तो नहीं होती या खराब छपी होती है।
5. स्पर्श करके जांचें
असली नोट का कागज खास होता है, जिस पर उभरे हुए अक्षर और चित्र महसूस होते हैं। नकली नोट पतले और खराब क्वालिटी के कागज से बने होते हैं।
6. UV लाइट से जांचें
असली नोट को UV लाइट में रखने पर कुछ विशेष चिन्ह चमकते हैं, जबकि नकली नोटों में यह प्रभाव नहीं दिखता।
7. रंग बदलने वाली इंक
असली नोट की कुछ इंक रंग बदलती है, जो नोट को घुमाने पर अलग-अलग रंग दिखाती है। नकली नोटों में रंग स्थिर रहता है।
नकली नोट पहचानने के लिए स्पेशल टिप्स
- नोट को मोड़कर देखें, असली नोट की छपाई कभी नहीं मिटती।
- सुरक्षा धागे को अलग-अलग कोण से देखें, असली नोट में रंग बदलता है।
- नोट के किनारों और डिज़ाइन पर ध्यान दें, नकली नोटों में अक्सर गलतियां होती हैं।
- नोट पर RBI और भारत के अक्षर साफ और छोटे होते हैं, नकली नोट में मोटे और खराब छपे होते हैं।
नकली नोटों से बचने के लिए सावधानियां
- जब भी 100 रुपए का नोट प्राप्त करें, उसे ध्यान से जांचें।
- बड़े नोटों के साथ-साथ छोटे नोटों की भी पहचान करें।
- संदिग्ध नोट मिलने पर उसे स्वीकार न करें और बैंक या पुलिस को सूचित करें।
- UV लाइट या नोट चेकर का इस्तेमाल करें, खासकर व्यापारियों को।
निष्कर्ष
100 रुपए के नकली नोट बाजार में तेजी से फैल रहे हैं, जिससे आम लोगों को नुकसान हो रहा है। लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी सुरक्षा विशेषताओं को जानकर और सावधानी बरतकर नकली नोटों की पहचान करना आसान है। वॉटरमार्क, सुरक्षा धागा, होलोग्राफिक स्ट्रिप, माइक्रोप्रिंटिंग, UV लाइट जांच और स्पर्श से नोट की जांच करके आप नकली नोटों से बच सकते हैं। सतर्कता और जागरूकता ही इस समस्या का सबसे बड़ा समाधान है।
Disclaimer: यह जानकारी नकली नोटों की पहचान के लिए RBI द्वारा जारी मानक सुरक्षा विशेषताओं और विशेषज्ञों के सुझावों पर आधारित है। नकली नोटों की गुणवत्ता समय के साथ बेहतर होती जा रही है, इसलिए पूरी सावधानी और उचित जांच के बिना नोट स्वीकार न करें। यदि आपको संदेह हो तो बैंक या पुलिस की मदद अवश्य लें। नकली नोटों से बचाव के लिए जागरूक रहना ही सबसे सही उपाय है।