पीएम विश्वकर्मा योजना: सुनहरा मौका ₹3 लाख तक का लोन और मुफ्त ट्रेनिंग, आज ही करें Online Apply PM Vishwakarma Yojana

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) भारत सरकार की एक बहुत ही खास योजना है, जिसका मकसद देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक और तकनीकी रूप से मजबूत बनाना है। आज के समय में जब स्वरोजगार और छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने की जरूरत है, तब यह योजना ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो अपने हुनर से अपने और अपने परिवार का जीवन बेहतर बनाना चाहते हैं।

इस योजना के तहत न सिर्फ 3 लाख रुपये तक का लोन बेहद कम ब्याज दर पर मिलता है, बल्कि मुफ्त ट्रेनिंग, टूल किट और डिजिटल पहचान भी दी जाती है, जिससे कारीगर अपने काम को और आगे बढ़ा सकें।

Advertisements

भारत में लाखों लोग पारंपरिक काम जैसे बढ़ई, लोहार, दर्जी, कुम्हार, राजमिस्त्री आदि के पेशे से जुड़े हैं, लेकिन अक्सर पूंजी और आधुनिक तकनीक की कमी के कारण वे आगे नहीं बढ़ पाते। पीएम विश्वकर्मा योजना इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए शुरू की गई है।

इसमें पात्र कारीगरों को न सिर्फ आर्थिक सहायता दी जाती है, बल्कि उन्हें आधुनिक उपकरण, डिजिटल लेन-देन की ट्रेनिंग और बाजार से जोड़ने की सुविधा भी मिलती है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है, इसमें कैसे आवेदन करें, कौन-कौन से लाभ मिलते हैं, पात्रता क्या है और जरूरी दस्तावेज कौन से हैं।

PM Vishwakarma Yojana: Main Features & Benefits

पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को कई तरह के लाभ मिलते हैं। नीचे टेबल में इस योजना का एक संक्षिप्त ओवरव्यू दिया गया है:

योजना का नामपीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana)
लॉन्च वर्ष2023
उद्देश्यपारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता
अधिकतम लोन राशि₹3,00,000 (दो किस्तों में)
ब्याज दर5% प्रति वर्ष
लोन चुकाने की अवधिपहली किस्त: 18 महीने, दूसरी किस्त: 30 महीने
मुफ्त ट्रेनिंगहां, बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग
ट्रेनिंग स्टाइपेंड₹500 प्रतिदिन
टूल किट सहायता₹15,000 (ई-वाउचर के रूप में)
पात्र व्यवसाय18 पारंपरिक व्यवसाय
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन/सीएससी/ग्राम पंचायत
पात्रता18 वर्ष से ऊपर, भारतीय नागरिक, पारंपरिक कारीगर

पीएम विश्वकर्मा योजना के मुख्य लाभ

  • ₹3 लाख तक का लोन: दो किस्तों में, बिना किसी गारंटी के, सिर्फ 5% ब्याज दर पर।
  • मुफ्त ट्रेनिंग: बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग, जिसमें प्रतिदिन ₹500 का स्टाइपेंड।
  • टूल किट सहायता: ₹15,000 की टूल किट ई-वाउचर के रूप में।
  • डिजिटल आईडी और प्रमाणपत्र: कारीगरों को पहचान और सम्मान।
  • मार्केटिंग और डिजिटल लेन-देन में मदद: अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए।
  • आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन या नजदीकी CSC सेंटर पर।

पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है? (What is PM Vishwakarma Yojana?)

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक ऐसी योजना है, जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता, तकनीकी ट्रेनिंग और आधुनिक टूल किट देकर उनका जीवन स्तर सुधारना है। इस योजना के तहत 18 पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है, जैसे बढ़ई, लोहार, दर्जी, कुम्हार, राजमिस्त्री, मोची, सोनार, नाव निर्माता, हथियार निर्माता, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता आदि।

इस योजना के तहत कारीगरों को पहचान देने के लिए पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और डिजिटल आईडी कार्ड भी दिया जाता है। इससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ लेने और अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में आसानी होती है।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ (Benefits of PM Vishwakarma Yojana)

  • लोन सुविधा: बिना किसी गारंटी के ₹3 लाख तक का लोन दो किस्तों में मिलता है। पहली किस्त ₹1 लाख (18 महीने में चुकाना), दूसरी किस्त ₹2 लाख (30 महीने में चुकाना)। ब्याज दर सिर्फ 5% है।
  • मुफ्त ट्रेनिंग और स्टाइपेंड: कारीगरों को बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग के दौरान हर दिन ₹500 का स्टाइपेंड मिलता है।
  • टूल किट सहायता: ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ₹15,000 की टूल किट ई-वाउचर के रूप में मिलती है।
  • डिजिटल पहचान: कारीगरों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और डिजिटल आईडी कार्ड मिलता है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होती है।
  • मार्केटिंग और डिजिटल लेन-देन: सरकार की ओर से बाजार से जोड़ने और डिजिटल लेन-देन में प्रोत्साहन मिलता है।
  • आवेदन प्रक्रिया आसान: ऑनलाइन, सीएससी या ग्राम पंचायत के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता (Eligibility for PM Vishwakarma Yojana)

  • आवेदक की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • आवेदक परिवार-आधारित पारंपरिक व्यवसाय में लगा हो।
  • आवेदक असंगठित क्षेत्र में स्वरोजगार से जुड़ा हो।
  • केंद्र या राज्य सरकार की अन्य क्रेडिट आधारित योजनाओं (जैसे पीएमईजीपी, मुद्रा, पीएम स्वनिधि) का लाभ पिछले 5 वर्षों में न लिया हो।
  • एक परिवार (पति, पत्नी, अविवाहित बच्चे) से सिर्फ एक सदस्य ही इस योजना का लाभ ले सकता है।
  • सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति और उनके परिवार के सदस्य इस योजना के पात्र नहीं हैं।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए जरूरी दस्तावेज (Documents Required for PM Vishwakarma Yojana)

  • आधार कार्ड
  • मोबाइल नंबर
  • बैंक खाता विवरण
  • राशन कार्ड
  • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • व्यवसाय से संबंधित प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)

पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन कैसे करें? (How to Apply Online for PM Vishwakarma Yojana)

पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन करना बहुत आसान है। आप घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) या ग्राम पंचायत में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।

ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

  • सबसे पहले पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  • होम पेज पर “Apply” बटन पर क्लिक करें।
  • मोबाइल नंबर और आधार नंबर दर्ज कर वेरीफाई करें।
  • जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
  • सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
  • आवेदन के बाद आपको पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और डिजिटल आईडी मिल जाएगी।
  • इसके बाद आप ट्रेनिंग और लोन के लिए पात्र हो जाएंगे।

ऑफलाइन आवेदन

  • नजदीकी CSC सेंटर या ग्राम पंचायत में जाएं।
  • वहां मौजूद अधिकारी की मदद से आवेदन फॉर्म भरें।
  • जरूरी दस्तावेज जमा करें।
  • आवेदन की रसीद लें और आगे की प्रक्रिया जानें।

पीएम विश्वकर्मा योजना में शामिल व्यवसाय (List of Trades under PM Vishwakarma Yojana)

  • बढ़ई (Carpenter)
  • लोहार (Blacksmith)
  • दर्जी (Tailor)
  • कुम्हार (Potter)
  • राजमिस्त्री (Mason)
  • मोची (Cobbler)
  • सोनार (Goldsmith)
  • नाव निर्माता (Boat Maker)
  • हथियार निर्माता (Weapon Maker)
  • टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता (Basket/Mat/Broom Maker)
  • नाई (Barber)
  • धोबी (Washerman)
  • माला बनाने वाला (Garland Maker)
  • गुड़िया और खिलौना निर्माता (Toy Maker)
  • मछली पकड़ने का जाल निर्माता (Net Maker)
  • मूर्तिकार (Sculptor)
  • पत्थर तोड़ने वाला (Stone Breaker)
  • ताला बनाने वाला (Locksmith)

पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत मिलने वाली ट्रेनिंग (Training under PM Vishwakarma Yojana)

  • बेसिक ट्रेनिंग: 5-7 दिन की ट्रेनिंग, जिसमें कारीगरों को उनके काम से जुड़ी नई तकनीक और डिजिटल लेन-देन की जानकारी दी जाती है।
  • एडवांस ट्रेनिंग: 15 दिन या उससे अधिक की ट्रेनिंग, जिसमें कारीगरों को अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने और मार्केटिंग की ट्रेनिंग दी जाती है।
  • स्टाइपेंड: ट्रेनिंग के दौरान हर दिन ₹500 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
  • टूल किट: ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ₹15,000 की टूल किट ई-वाउचर के रूप में मिलती है।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लोन की शर्तें (Loan Terms under PM Vishwakarma Yojana)

लोन की किस्तराशि (₹)ब्याज दर (%)चुकाने की अवधि (महीने)
पहली किस्त1,00,000518
दूसरी किस्त2,00,000530

  • लोन के लिए कोई गारंटी या संपत्ति गिरवी नहीं रखनी होती।
  • पहली किस्त चुकाने के बाद दूसरी किस्त के लिए पात्रता मिलती है।
  • डिजिटल लेन-देन और व्यवसाय में सुधार के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

पीएम विश्वकर्मा योजना के फायदे (Key Benefits of PM Vishwakarma Yojana)

  • पारंपरिक कारीगरों को पहचान और सम्मान।
  • आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का मौका।
  • आधुनिक उपकरण और तकनीक से व्यवसाय में बढ़ोतरी।
  • बाजार से जुड़ने और डिजिटल लेन-देन की सुविधा।
  • स्वरोजगार को बढ़ावा और बेरोजगारी में कमी।

पीएम विश्वकर्मा योजना से जुड़े सवाल-जवाब (FAQ on PM Vishwakarma Yojana)

Q1. पीएम विश्वकर्मा योजना में कौन आवेदन कर सकता है?
A1. 18 वर्ष से ऊपर के भारतीय नागरिक, जो पारंपरिक कारीगर या शिल्पकार हैं और असंगठित क्षेत्र में स्वरोजगार से जुड़े हैं।

Q2. इस योजना में लोन कैसे मिलेगा?
A2. लोन दो किस्तों में मिलेगा – पहली किस्त ₹1 लाख (18 महीने में चुकानी), दूसरी किस्त ₹2 लाख (30 महीने में चुकानी)। ब्याज दर 5% है और कोई गारंटी नहीं चाहिए।

Q3. ट्रेनिंग के दौरान क्या सुविधा मिलेगी?
A3. ट्रेनिंग के दौरान हर दिन ₹500 का स्टाइपेंड और ट्रेनिंग पूरी होने पर ₹15,000 की टूल किट ई-वाउचर के रूप में मिलेगी।

Q4. आवेदन कैसे करें?
A4. ऑनलाइन, सीएससी सेंटर या ग्राम पंचायत के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है।

Q5. योजना का उद्देश्य क्या है?
A5. पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक, तकनीकी और मार्केटिंग सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।

निष्कर्ष (Conclusion)

पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक बेहतरीन मौका है। इस योजना के तहत न सिर्फ सस्ती दर पर लोन मिलता है, बल्कि मुफ्त ट्रेनिंग, टूल किट और डिजिटल पहचान भी दी जाती है। अगर आप भी किसी पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े हैं और अपने हुनर को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो आज ही इस योजना में आवेदन करें और अपने सपनों को साकार करें।

Disclaimer:
पीएम विश्वकर्मा योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक वास्तविक और सरकारी योजना है, जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक और तकनीकी सहायता देना है। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और ऑनलाइन है। किसी भी धोखाधड़ी से बचें और केवल आधिकारिक माध्यमों से ही आवेदन करें। योजना की शर्तें समय-समय पर बदल सकती हैं, इसलिए आवेदन से पहले पूरी जानकारी जरूर पढ़ें।

Author

Advertisements
Advertisements

Leave a Comment

Join Telegram