रजिस्ट्री के दिन गलती से भी ना करें ये 5 काम, वरना जमीन हाथ से जा सकती है! Precautions of property registry

घर या जमीन खरीदना हर किसी का सपना होता है। इसके लिए लोग अपनी पूरी जमा-पूंजी लगा देते हैं। लेकिन जब बात आती है Property Registration की, तो छोटी-छोटी गलतियां भी बड़ा नुकसान कर सकती हैं। रजिस्ट्री का दिन बहुत खास होता है, क्योंकि इसी दिन जमीन या मकान का मालिकाना हक कानूनी रूप से आपके नाम होता है। अगर इस दिन आपसे कोई चूक हो जाती है, तो भविष्य में जमीन पर आपका हक भी खतरे में पड़ सकता है। कई बार लोग जल्दबाजी या जानकारी की कमी के चलते ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनका खामियाजा उन्हें सालों तक भुगतना पड़ता है।

आज हम आपको बताएंगे कि रजिस्ट्री के दिन कौन-सी 5 बड़ी गलतियां बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। ये बातें जानना हर Buyer और Seller दोनों के लिए जरूरी है। अगर आप भी Property Registry कराने जा रहे हैं, तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें और इन बातों को जरूर फॉलो करें। इससे न सिर्फ आपकी जमीन सुरक्षित रहेगी, बल्कि भविष्य में किसी तरह की कानूनी परेशानी से भी बचाव होगा।

Property Registration Day: Avoid These 5 Big Mistakes

नीचे टेबल में Property Registration (रजिस्ट्री) से जुड़ी जरूरी जानकारी दी गई है, जिससे आपको पूरी प्रक्रिया को समझने में आसानी होगी।

जानकारीविवरण
प्रक्रिया का नामप्रॉपर्टी रजिस्ट्री (Property Registration)
मुख्य दस्तावेजसेल डीड, पहचान पत्र, पते का प्रमाण
रजिस्ट्री कहां होती हैसब-रजिस्ट्रार ऑफिस (Sub-Registrar Office)
Stamp Duty क्या हैप्रॉपर्टी के मूल्य पर सरकार द्वारा ली जाने वाली फीस
रजिस्ट्री का समयआमतौर पर 9:30 AM से 6:00 PM तक
गवाह कितने जरूरी हैंकम से कम 2 गवाह जरूरी
रजिस्ट्री के बाद दस्तावेज15 दिन में मिलते हैं (आमतौर पर)
रजिस्ट्री का महत्वकानूनी रूप से मालिकाना हक मिलना

नीचे दिए गए 5 काम रजिस्ट्री के दिन गलती से भी न करें

1. प्रॉपर्टी डिटेल्स में गलती (Mistake in Property Details)

रजिस्ट्री के समय सबसे जरूरी है कि प्रॉपर्टी के सभी डिटेल्स (Property Details) बिलकुल सही दर्ज हों। जैसे कि जमीन का एरिया, एड्रेस, खसरा नंबर, प्लॉट नंबर, आदि। अगर इनमें कोई भी गलती रह जाती है, तो भविष्य में विवाद या धोखाधड़ी हो सकती है।

  • सेल डीड (Sale Deed) में प्रॉपर्टी का विवरण पुराने दस्तावेजों से मिलान जरूर करें।
  • कई बार एरिया (Area) में गड़बड़ी, नाम की स्पेलिंग में गलती या गलत लोकेशन दर्ज हो जाती है।
  • रजिस्ट्री के बाद इन गलतियों को सुधारना मुश्किल होता है, जिसके लिए Rectification Deed बनवानी पड़ती है, जो समय और पैसा दोनों खर्च करता है।

सुझाव: रजिस्ट्री से पहले हर डिटेल को दो बार चेक करें, और जरूरत हो तो वकील की मदद लें।

2. खरीदार और विक्रेता की जानकारी में गड़बड़ी (Incorrect Buyer/Seller Information)

Property Registration के दौरान Seller और Buyer दोनों की Personal Information बिल्कुल सही होनी चाहिए।

  • आधार कार्ड, पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ, आदि में जो नाम और पता है, वही सेल डीड में भी होना चाहिए।
  • कई बार बैंक अकाउंट या अन्य दस्तावेजों में अलग-अलग नाम या पता दर्ज होता है, जिससे भविष्य में दिक्कत आ सकती है।
  • पुराने सेल डीड (Old Sale Deed) से नाम-पता मिलान जरूर करें।

सुझाव: सभी पहचान पत्र और पुराने दस्तावेज साथ रखें और रजिस्ट्री से पहले मिलान करें।

3. ओरिजिनल डॉक्युमेंट्स की लिस्ट न लेना (Not Taking List of Original Documents)

रजिस्ट्री के बाद सबसे जरूरी है कि आपको सभी Original Documents की Proper List मिल जाए।

  • कई बार लोग रजिस्ट्री के बाद बिना डॉक्युमेंट्स की लिस्ट लिए चले जाते हैं, जिससे भविष्य में कोई भी डॉक्युमेंट मिस हो सकता है।
  • बैंक लोन लेने या प्रॉपर्टी बेचने के समय ये डॉक्युमेंट्स बहुत जरूरी होते हैं।
  • Proper Handover List जरूर लें और सभी डॉक्युमेंट्स को सुरक्षित रखें।

सुझाव: रजिस्ट्री के समय ही Original Documents की चेकलिस्ट बनाएं और सभी डॉक्युमेंट्स की रिसीट लें।

4. स्टांप ड्यूटी या रजिस्ट्री फीस में गड़बड़ी (Mistake in Stamp Duty or Registration Fee)

Stamp Duty और Registration Fee प्रॉपर्टी के मार्केट वैल्यू या Guidance Value पर लगती है।

  • कई बार लोग कम स्टांप ड्यूटी देकर रजिस्ट्री करवाने की कोशिश करते हैं, जिससे बाद में Penalty या रजिस्ट्री कैंसिल हो सकती है।
  • सरकार समय-समय पर Guidance Value अपडेट करती है, इसलिए सही जानकारी लें।
  • रजिस्ट्री से पहले ही स्टांप ड्यूटी और फीस का भुगतान कर दें।

सुझाव: Sub-Registrar Office या Legal Advisor से सही फीस की जानकारी लें और सभी रसीदें संभालकर रखें।

5. डॉक्युमेंट्स की ठीक से जांच न करना (Not Verifying Documents Properly)

रजिस्ट्री के समय Document Summary Report और सेल डीड को ध्यान से पढ़ना जरूरी है।

  • कई बार लोग जल्दबाजी में डॉक्युमेंट्स पर साइन कर देते हैं, जिससे बड़ी गलती हो सकती है।
  • किसी भी शब्द, नाम, एरिया, लोकेशन, आदि में गलती हो तो तुरंत सुधार करवाएं।
  • वकील से डॉक्युमेंट्स की जांच जरूर करवाएं।

सुझाव: बिना पढ़े या समझे कोई भी डॉक्युमेंट साइन न करें।

अन्य जरूरी बातें जो रजिस्ट्री के दिन ध्यान रखें

  • सभी जरूरी डॉक्युमेंट्स जैसे Aadhaar Card, PAN Card, Sale Deed, पुराना सेल डीड, आदि साथ रखें।
  • रजिस्ट्री के लिए दो गवाह जरूरी होते हैं, उनके पहचान पत्र भी साथ रखें।
  • अगर प्रॉपर्टी की कीमत 50 लाख से ज्यादा है तो 1% TDS काटना जरूरी है।
  • रजिस्ट्री के बाद सभी डॉक्युमेंट्स की रिसीट जरूर लें।
  • अगर बैंक लोन लिया है तो बैंक के प्रतिनिधि को भी रजिस्ट्री में बुलाएं।

रजिस्ट्री के दिन की सबसे बड़ी गलतियां (Top Registry Mistakes Table)

गलतीनुकसान/रिस्क
प्रॉपर्टी डिटेल्स में गलतीभविष्य में विवाद, कोर्ट केस, जमीन हाथ से जाना
गलत पर्सनल जानकारीडॉक्युमेंट्स अमान्य, कानूनी परेशानी
डॉक्युमेंट्स की लिस्ट न लेनाजरूरी पेपर मिसिंग, लोन या बिक्री में दिक्कत
स्टांप ड्यूटी की गड़बड़ीPenalty, रजिस्ट्री कैंसिल, कानूनी कार्रवाई
डॉक्युमेंट्स बिना जांच साइन करनाफर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी, भविष्य में नुकसान

रजिस्ट्री के बाद गलती सुधारने का तरीका (How to Fix Mistakes After Registry)

अगर रजिस्ट्री के बाद किसी डॉक्युमेंट में गलती रह जाती है, तो घबराएं नहीं। इसके लिए Rectification Deed (सुधार पत्र) बनाया जा सकता है।

  • Rectification Deed के जरिए छोटी-छोटी गलतियों को सुधारा जा सकता है।
  • इसके लिए सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में आवेदन करना होता है और मामूली फीस देनी होती है।
  • लेकिन, बार-बार गलती सुधारना सही नहीं है, इसलिए पहली बार में ही सावधानी रखें।

प्रॉपर्टी रजिस्ट्री से जुड़े जरूरी टिप्स (Important Tips for Property Registration)

  • रजिस्ट्री से पहले पूरी Due Diligence करें – Seller की Ownership, Encumbrance Certificate, Mutation, आदि चेक करें।
  • प्रॉपर्टी की मार्केट वैल्यू और Guidance Value जरूर पता करें।
  • सभी डॉक्युमेंट्स की फोटोकॉपी और स्कैन कॉपी सुरक्षित रखें।
  • Witnesses ऐसे चुनें जो भरोसेमंद हों और पूरे समय आपके साथ रहें।
  • रजिस्ट्री के बाद सभी डॉक्युमेंट्स को बैंक लॉकर या Safe जगह रखें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: क्या बिना रजिस्ट्री के प्रॉपर्टी का मालिकाना हक मिल जाता है?
नहीं, जब तक रजिस्ट्री नहीं होती, प्रॉपर्टी का कानूनी मालिकाना हक नहीं मिलता।

Q2: रजिस्ट्री के कितने दिन बाद डॉक्युमेंट्स मिलते हैं?
आमतौर पर 15 दिन में मिल जाते हैं।

Q3: अगर रजिस्ट्री के बाद गलती मिलती है तो क्या करें?
Rectification Deed के जरिए गलती सुधारी जा सकती है।

Q4: क्या रजिस्ट्री के लिए वकील जरूरी है?
जरूरी तो नहीं, लेकिन वकील से डॉक्युमेंट्स की जांच करवाना सुरक्षित है।

Q5: Stamp Duty कैसे तय होती है?
प्रॉपर्टी की मार्केट वैल्यू या सरकार द्वारा तय Guidance Value पर।

निष्कर्ष (Conclusion)

रजिस्ट्री के दिन की जाने वाली छोटी-छोटी गलतियां आपके सपनों की जमीन या घर को खतरे में डाल सकती हैं। इसलिए, Property Registration के समय ऊपर बताई गई 5 बड़ी गलतियों से जरूर बचें। हर डॉक्युमेंट को ध्यान से पढ़ें, सभी फीस सही से जमा करें, Seller-Buyer की जानकारी सही दर्ज करें, और Original Documents की Proper List लें। अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो आपकी जमीन हमेशा सुरक्षित रहेगी और भविष्य में किसी भी कानूनी परेशानी से बच सकेंगे।

Disclaimer:
यह आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है। प्रॉपर्टी रजिस्ट्री एक कानूनी प्रक्रिया है, जिसमें छोटी सी गलती भी बड़ा नुकसान कर सकती है। इसलिए, रजिस्ट्री के समय किसी भी Doubt या Confusion में तुरंत वकील या एक्सपर्ट से सलाह लें। यह कोई सरकारी योजना नहीं है, बल्कि प्रॉपर्टी खरीदते समय ध्यान रखने वाली जरूरी बातें हैं।

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